Monday, August 17, 2009

बाबा को श्री साई का संबोधन
















चांद पाटिल के साले के लड़के की बारात शिरडी पहुँची तो बारात का भव्य स्वागत किया गया। बारात खंडोबा मंदिर के निकट म्हालसापति के खेत में एक पेड़ के नीचे ठहराई गई थी। बैलगाड़िया खोलकर बैलों को खंडोबा मंदिर के सामने ही खड़ा किया गया था। फिर बाराती एक-एक करके गाड़ियों से नीचे उतरे।

लेकिन जब वह तरुण फकीर उतरा तो म्हालसापति ने ‘आओ साई’ के संबोधन से फकीर का स्वागत किया। फिर वहाँ उपस्थित अन्य लोगों ने भी तरुण फकीर को ‘साई’ कहकर ही सम्मानित किया। इसके बाद से तरुण फकीर ‘श्री साई’ के नाम से प्रसिद्घ हो गया और फिर सर्वत्र उसे ‘श्री साई बाबा’ नाम से प्रसिद्धि मिली।

(जय साई राम)

1 comment:

  1. बाबा के बारे में इतनी जानकारी देने के लिए और उनसे भेंट करने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया....
    जय साईं राम...
    मीत

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